Enjoyful Day
Wednesday, February 25, 2015
मुस्कुराहट
"एक शक्श ने पूछा:
भाई साहब
ये मुस्कुराहटें कहाँ मिलेगी.?
मैने भी मुस्करा कर कह दिया
भाई, हमारे ब्लॉग को fellow करो..
मुफ्त मिलेंगी...।"
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment