एक दिन एक डॉक्टर शायरी के मूड में था। उसने मरीज को दवाई भी कुछ शायराना अंदाज में ही बताई...
- दिल बहला के मोहब्बत को ना धमाल करें।
सीरप को अच्छी तरह से हिलाकर इस्तेमाल करें॥
- दिल मेरा टूट गया उठी जब उसकी डोली।
सुबह दोपहर शाम बस एक-एक गोली॥
- लौट आओ कि मोहब्बत का सुरूर चखें।
तमाम दवाएं बच्चों की पहुंच से दूर रखें॥
- दिल मेरा इश्क़ करने पर रज़ामंद रहेगा।
रविवार के दिन अस्पताल बंद रहेगा॥
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